
IIT ISM में सोडियम-आयन बैटरी तकनीक पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला का उद्देश्य सोडियम-आयन बैटरी निर्माण और परीक्षण में हाथों-हाथ प्रशिक्षण प्रदान करना था. एक्सपर्ट द्वारा बताया गया कि सोडियम-आयन बैटरी तकनीकईजात होने से देश को एक नया विकल्प मिलेगा. अभीतक लिथेनियम बैटरी ही उपयोग में लाया जाता रहा है. सोडियम-आयन बैटरी निर्माण में जो चीजें उपयोग में ली जाएंगी उसकी उल्पब्धता अपने देश में प्रचूर मात्रा में है और इसलिए इसके बनने के बाद यह लोगों तक सस्ते दर पर भी उपलब्ध हो सकेगा. हालांकि इसमें बहुत सारे रिसर्च की आवश्यकता है.सोडियम-आयन बैटरी अभीतक चाइना अमेरिका और टेस्ला जैसे विदेशो में ही कमर्शियलाइज हो सका है.कार्यक्रम के कॉर्डिंनेटर प्रो. जी सी नायक ने बताया कि सोडियम-आयन बैटरी तकनीक अभी रिसर्च भाग में है और इस कार्यशाला में शामिल हुए छात्रों को सोडियम-आयन बैटरी निर्माण की तकनीक पर प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने लिथेनियम बैटरी और सोडियम-आयन बैटरी के रासायनिक पार्ट पर भी विस्तृत जानकारी दी.