स्पेशल टास्क फोर्स (STF), उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने 13.200 किलोग्राम अवैध चरस (अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 65 लाख रुपये) के साथ गिरोह के एक सक्रिय सदस्य को कानपुर कमिश्नरेट क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार अभियुक्त* प्रदीप कुमार कर्ण, पुत्र अशोक लाल कर्ण निवासी: लहन एक मटरवा, थाना सिरहा, जिला सिरहा, नेपाल स्थायी पता: खोकसी वार्ड नंबर-01, जानकी नगर, थाना कजरा चौक, जिला सिरहा, नेपालबरामदगी* 13.200 किलोग्राम अवैध चरस* ₹1700 नकदगिरफ्तारी का स्थान व समयप्रिया हॉस्पिटल के पास, इटावा–कानपुर हाईवे अंडरपास, थाना बर्रा, कानपुर कमिश्नरेटदिनांक: 25 दिसंबर 2025 | समय: लगभग 17:00 बजेकैसे हुआ खुलासाएसटीएफ को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि भारत–नेपाल सीमा से अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी गिरोह द्वारा कैरियरों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में चरस की खेप भेजी जा रही है। इसी क्रम में एसटीएफ की टीम ने अभिसूचना संकलन के दौरान जानकारी प्राप्त की कि एक तस्कर नेपाल से पूर्वी चंपारण (बिहार), गोरखपुर, लखनऊ होते हुए कानपुर आ रहा है।सूचना के आधार पर एसटीएफ फील्ड यूनिट कानपुर की टीम ने घेराबंदी कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में चरस बरामद की गई।पूछताछ में अहम खुलासेपूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह नेपाल में खेती का कार्य करता है। उसने स्वीकार किया कि काठमांडू निवासी बमबम चरस तैयार करता है, जबकि मुन्ना (रक्सौल, बिहार) इसके वितरण का नेटवर्क संभालता है। अभियुक्त को कानपुर तक चरस पहुंचाने के लिए एक बैग दिया गया था, जिसके बदले उसे खाने-पीने और किराए के अलावा ₹5000 दिए गए थे।कानूनी कार्रवाईअभियुक्त के विरुद्ध थाना बर्रा, कानपुर कमिश्नरेट मेंमु0अ0सं0 376/2025, धारा 8/20/22/60 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है। आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी।एसटीएफ के अनुसार, इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं।