पंचायत उन्नति सूचकांक 2.0 पर आज न्यू टाउन हॉल में जिला स्तरीय प्रसार कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला परिषद की माननीय अध्यक्ष श्रीमती शारदा सिंह ने कहा कि पंचायत स्तर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी केंद्र, पेयजल, जल संचयन सहित विभिन्न पैरामीटर पर काम करना है। उन्होंने केरल एवं गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां ग्राम पंचायत व्यवस्था बहुत सुदृढ़ है। पंचायत के अस्पताल एवं विद्यालय निजी अस्पताल एवं विद्यालय जैसे हैं। पंचायत अपने ही राजस्व से अपनी पंचायत का विकास करते हैं। माननीय अध्यक्ष ने कहा कि पंचायत राज व्यवस्था सशक्त होगी तो ग्राम स्तर पर विकास होगा। कहा कि सभी 9 पैरामीटर पर बेहतरीन कार्य करें। कार्य की डाटा एंट्री समय पर करें। प्रखंड प्रमुख, मुखिया एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पंचायत उन्नति सूचकांक 2.0 में धनबाद प्रथम स्थान हासिल करेगा। इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्री सादात अनवर ने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक 1.0 की भांति इसमें भी सभी अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। ग्रामीण विकास के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण पहल है। इससे पंचायत स्तर पर क्या-क्या सुधार करने हैं, इसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी।उन्होंने कहा कि सूचकांक का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को श्रेष्ठ तरीके से धरातल पर उतरना है। योजना की रीढ़ पंचायत राज व्यवस्था है। कार्यशाला में रांची से आए राज्य प्रशिक्षक श्री सुजीत नायक ने गरीबी मुक्त और बेहतर आजीविका वाली पंचायत, स्वस्थ पंचायत, बाल हितैषी पंचायत, जल पर्याप्त, स्वच्छ और हरित, आत्मनिर्भर आधारभूत संरचना, सामाजिक रुप से न्यायपूर्ण और सामाजिक रुप से सुरक्षित, सुशासन तथा महिला हितैषी पंचायत पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया। वही पंचायती राज के राज्य समन्वयक श्री अरशद अंसारी ने कहा कि वैश्विक विकास में पंचायत का विकास अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने ग्राम पंचायत विकास योजना (जी.पी.डी.पी.) पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने का अनुरोध किया।कार्यक्रम में जिला परिषद की माननीय अध्यक्ष श्रीमती शारदा सिंह, उप विकास आयुक्त श्री सादात अनवर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री मुकेश कुमार बाउरी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री प्रभात कुमार, डीपीएम श्री तौहिद आलम, राज्य प्रशिक्षक श्री सुजीत नायक, राज्य समन्वयक श्री अरशद अंसारी, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, विभिन्न अंचल के अंचल अधिकारी, मुखिया, प्रखंड प्रमुख, जिला परिषद सदस्य व अन्य लोग मौजूद थे।