धनबाद के सर्किट हाउस में रविवार को आदिवासी समन्वय समिति के बैनर तले प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस दौरान समिति के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल करने की मांग का आदिवासी समुदाय कड़ा विरोध करेगा।प्रेस वार्ता में संगठन के संरक्षक रविश्वर मरांडी ने कहा कि कुड़मी समुदाय बार-बार खुद को आदिवासी घोषित कराने की कोशिश कर रहा है, जबकि ऐतिहासिक और सामाजिक रूप से वे आदिवासी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यदि कुड़मी समाज को ST सूची में शामिल किया गया, तो यह मूल आदिवासी समाज के अधिकारों पर सीधा अतिक्रमण होगा।रविश्वर मरांडी ने बताया कि 13 अक्टूबर को धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में आदिवासी समाज का विशाल विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर धनबाद सहित झारखंड के अन्य जिलों से हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग जुटेंगे और कुड़मी समाज की ST मांग का विरोध करेंगे।