आज विजयदशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. लेकिन इस बार इस आयोजन को बारिश भी प्रभावित करती हुई नजर आ रही है. कुछ ऐसी ही तस्वीर वाराणसी जनपद में भी देखने को मिल रही है.विजयदशमी पर्व पर वाराणसी के BLW मैदान में सबसे विशाल रावण मेघनाथ कुंभकरण के पुतले का दहन किया जाता है, लेकिन मंगलवार और बुधवार को हुई बारिश की वजह से रावण का पुतला अव्यवस्थित और गीला हो चुका है, जिसे अब ठीक करने का कार्य किया जा रहा है.आयोजक के सामने बड़ी चुनौती यह है कि पुतले अब खड़े हो चुके हैं. लिहाजा उन्हें इतनी जल्दी उतारा और संभाला नहीं जा सकता. फ़िलहाल कई टीमों को पुतलों को ठीक करने में लगाया गया है.दहन से पहले रावण के पुतले को व्यवस्थित करना जारीआज विजयदशमी पर्व पर वाराणसी के BLW मैदान में परंपरागत तरीके से विशाल पुतले का दहन किया जाएगा जिसमें रावण मेघनाथ और कुंभकरण का पुतला होगा. इस बार रावण का पुतला 70 फीट कुंभकरण का पुतला 65 फीट और मेघनाथ का पुतला 60 फीट निर्धारित है. मंगलवार बुधवार को जनपद में हुई बारिश और तेज हवाओं की वजह से मैदान में रखा पुतला अव्यवस्थित हो गया. अब उसे ठीक करने का कार्य किया जा रहा है. इस आयोजन को देखने के लिए करीब 15 से 20 हजार लोग उस ग्राउंड में पहुंचते हैं. पूरे पूर्वांचल के दृष्टिगत वाराणसी के BLW मैदान में विजयदशमी पर्व पर आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम सबसे वृहद माना जाता है.वाराणसी के आसमान में छाए हुए हैं बादलनवरात्रि के बाद विजयदशमी पर्व पर भी वाराणसी सहित आसपास के जनपद में बारिश की प्रबल संभावना है. आज सुबह से ही वाराणसी के आसमान में बादल छाए हुए हैं. ऐसे में अब विजयदशमी पर्व के आयोजकों और आने वाले लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हुई है कि देर शाम के बाद वाराणसी का मौसम कैसा रहता है.