तहसील सदर में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने जनसमस्याओं की सुनवाई करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।जिलाधिकारी ने कहा कि समाधान दिवस का मुख्य उद्देश्य आमजन की समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करना है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित प्रकरणों की जमीनी स्तर पर जांच करें और समयबद्धता के साथ निर्णय लें।गुणवत्ता व समयसीमा—दोनों पर सख्त डीएमडीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी शिकायतों का निस्तारण न केवल समय पर किया जाए, बल्कि शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक प्रकरण में फीडबैक लेना जरूरी है, ताकि यह तय हो सके कि समस्या का समाधान सही तरीके से हुआ है या नहीं।जनशिकायतों पर डीएम की प्राथमिकता* वरासत,* अवैध कब्जा,* और अन्य राजस्व संबंधित मामलों—इन सभी पर विशेष जोर देते हुए डीएम ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रार्थनापत्रों को श्रेणीवार अलग कर संबंधित विभाग को तत्काल कार्यवाही हेतु सौंपा गया।152 शिकायतें दर्जसम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 152 प्रार्थनापत्र प्राप्त हुए, जिन पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।