उत्तर प्रदेश एसटीएफ को आज बड़ी सफलता मिली जब टीम ने फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडीन युक्त दवाओं के अवैध भंडारण व तस्करी में शामिल एक प्रमुख आरोपी अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को लखनऊ के गोमती नगर स्थित ग्वारी चौराहा के पास सुबह करीब 7 बजे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वाराणसी के सिकरौल स्थित वरूणा इन्क्लेव का निवासी है।गिरफ्तारी के दौरान एसटीएफ ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन, एक फॉर्च्यूनर गाड़ी (UP 65 FN 9777), आधार कार्ड, 4500 रुपए नकद और मोबाइल से प्राप्त विभिन्न दस्तावेज बरामद किए। जांच में सामने आया कि फेन्सेडिल और कोडीन युक्त सिरप को नशे के रूप में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल और यहां तक कि बांग्लादेश तक तस्करी किया जा रहा था।उत्तर प्रदेश शासन द्वारा 12 फरवरी 2024 को जारी आदेश के आधार पर एसटीएफ और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की संयुक्त जांच समिति इस अवैध नेटवर्क पर नज़र रखे हुए थी। पहले भी भारी मात्रा में फेन्सेडिल सिरप बरामद कर थाना सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।जांच में सामने आया कि अमित कुमार सिंह की मुलाकात विकास सिंह के जरिये शुभम जायसवाल से हुई थी, जो रांची में शैली ट्रेडर्स के नाम से बड़े स्तर पर इस अवैध कारोबार को संचालित करता था। सिरप की पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में भारी मांग होने के कारण बड़े पैमाने पर फर्जी फर्म, फर्जी बिल और ई-वे बिल तैयार कर सप्लाई की जाती थी। इसके लिए आरोपी के नाम से धनबाद में देवकृपा मेडिकल एजेंसी और बनारस में मेडिकल के नाम पर फर्जी फर्में खोली गईं।पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शुभम जायसवाल, उसके पार्टनर और कंपनी अधिकारियों की मिलीभगत से 100 करोड़ रुपए से अधिक का फेन्सेडिल सिरप खरीदा गया, जिसमें अधिकांश सिरप फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तस्करों को बेच दिया गया। रांची व गाज़ियाबाद में गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद शुभम जायसवाल अपने साथियों के साथ दुबई भाग गया और फेसटाइम के जरिए संपर्क कर रहा है।एसटीएफ पहले ही इस मामले में विभोर राणा और विशाल सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है। अमित कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा संख्या 182/2024 सुशांत गोल्फ सिटी थाने में पहले से दर्ज है, जिस पर आगे की विधिक कार्रवाई जारी रहेगी। आरोपी का लंबा आपराधिक इतिहास भी सामने आया है, जिसमें वाराणसी और लखनऊ के विभिन्न थानों में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।