
भारी भरकम फीस देने की जरूरत नहीं,यहां 700 रूपये में हो रहा है किडनी का डायलिसिस, जल्द मिलेगी प्रत्यारोपण की सुविधा: डॉ. सी राजनधनबाद:200 से भी अधिक किडनी बायोप्सी कर चुके और 700 से अधिक किडनी रोगियों को स्वस्थ कर चुके एशियन हॉस्पिटल के अनुभवी किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ आफताब अंसारी ने एशियन हॉस्पिटल में सभागार में शुक्रवार को आयोजित किडनी की बीमारियों के नविनतम इलाज की चर्चा सत्र बैठक के दौरान बताया की अबतक किडनी का इलाज लोग रांची,कोलकाता जैसे बड़े शहरों में अधिक खर्च देकर करा रहे थे। अब किडनी बायोप्सी एवं अन्य नविनतम चिकित्सा प्रक्रियाओं से किडनी का इलाज मरीज़ सुलभ रूप से करा रहे हैं। मरीज के ईएसकेडी यानी एन्ड स्टेज ऑफ़ किडनी स्थिति में किडनी का प्रत्यारोपण इलाज भी लिविंग किडनी डोनर और डिजीस्ड किडनी डोनर के द्वारा कानूनी नियमों के अनुसार हमारे मुख्य हॉस्पिटल फरीदाबाद के एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एशियन हॉस्पिटल में में विशेषज्ञ डॉक्टर के द्वारा हो रहा है। जिससे हजारों किडनी के मरीज लाभान्वित हुए हैं। धनबाद एशियन हॉस्पिटल सेंटर में भी किडनी ट्रांसप्लांट प्रत्यारोपण इलाज की तैयारियां चल रही है जिससे बहुत शीघ्र ही यहां धनबाद एवं आसपास के ज़िलों के किडनी रोगियों को किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा मिलेगी। उन्होंने आगे बताया किडनी बायोप्सी इलाज एक ऐसी पद्धति है जिससे किडनी की बीमारी का सटीक इलाज होता है। जिसमें किडनी के फेल होने के कारणों का पता अल्ट्रासोनिक गाइडेड उपकरण के द्वारा लगाया जाता है इसमें अल्ट्रासाउंड करते हुए नीडल के माध्यम से किडनी बायोप्सी गन से किडनी से एक छोटी टिश्यू लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमाणित प्रख्यात लैबोरेट्रीज में भेजते हैं जहां लैब के रिपोर्ट के अनुसार उनका त्वरित इलाज एशियन हॉस्पिटल में शुरू हो जाता है इसी आधार पर मरीज को डायलिसिस पर जाने से बचाया जा सकता है।डॉ. आफताब अंसारी ने बताया भारत में क्रॉनिक किडनी बीमारियों की समस्या 50 फ़ीसदी मामले मधुमेह और 40 फ़ीसदी मामले उच्च रक्तचाप के कारण होते हैं। यह समस्या तब और भी ज्यादा बढ़ जाती है जब लोग नहीं जानते कि उनको सही परामर्श के लिए कहां जाना चाहिए।उन्होंने बताया कुछ दिन पूर्व ही धनबाद के निरसा प्रखंड के मोइनुद्दीन अंसारी नामक मरीज का किडनी के किडनी समस्या का लेटेस्ट तकनीक से ज़ाच-चिकित्सा किया गया और उसे डायलिसिस से मुक्त रखा गया और रिपोर्ट के अनुसार दवा दिया गया फलस्वरूप अब वे स्वस्थ हैं और अपनी सामान्य दिनचर्या कर सुलभ जिंदगी जी रहे हैं।उन्होंने बताया किडनी बायोप्सी में करीब 10 दिनों बाद रिपोर्ट के आधार पर फाइनल ट्रीटमेंट शुरू कर दवा दिया जाता है।गंभीर मामले में मरीज को कुछ दिन के अंतराल पर बुलाया जाता है अन्यथा प्रिसक्राइब की गई दवा का कोर्स कंप्लीट करने के बाद ही बुलाया जाता हैं।किडनी बीमारियों की कुछ स्थिति में यूरोलॉजिस्ट से जांच की भी जरूरत पड सकती है इसके लिए हॉस्पिटल में यूरोलॉजिस्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर श्रवण उपलब्ध है। किडनी के इलाज चर्चा सत्र में उपस्थित एशियन हॉस्पिटल के सेंटर हेड डॉ. सी. राजन ने बताया कि हॉस्पिटल में डायलिसिस का फीस 13 सौ रुपए है लेकिन अब मरीज से कूल 700 रूपये फीस लिया जा रहा है जो धनबाद एवं आसपास जिलों के अस्पताल के फीस से सबसे कम है अस्पताल में वर्तमान में 18 डायलिसिस यूनिट है जिसमें हर महीने करीब 12 सौ लोगों का डायलिसिस किया जा रहा है। डॉक्टर आफताब अंसारी ने लोगों को संदेश दिया कि सुजन, पेशाब में दिक्कत, पेशाब के रास्ते झाग-रक्त आने से, अत्यधिक थकावट-उल्टी इत्यादि लक्षण होने पर एशियन हॉस्पिटल से शीघ्र संपर्क करें। अत्यधिक नमक का प्रयोग ना करें सिगरेट-ड्रिंकिंग सेवन से दूर रहे, पौष्टिक भोजन ले, नित्य दिन एक्सरसाइज करें अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।