राष्ट्रीय महिला आयोग की माननीय अध्यक्षा विजया रहाटकर एवं माननीय सदस्यगण सुश्री डेलिना खोंगडुप, डॉ. अर्चना मजूमदार एवं ममता कुमारी ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन के साथ जिला समाहरणालय सभाकक्ष में प्रमंडल स्तरीय वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।बैठक के दौरान सभी जिलों के वरीय पदाधिकारियों से उनके-अपने जिलों में विभिन्न अपराधों की स्थिति, महिला संबंधित अपराध दर, महिला सुरक्षा, महिला थाना, पिंक पेट्रोल, जागरूकता अभियान, डोरी डेथ, डायन प्रथा, विचक्राफ्ट, सफलता की कहानियां, एसटी/एससी मामलों, साइबर अवेयरनेस एवं संबंधित चुनौतियों की विस्तृत समीक्षा की गई। इस क्रम में महिला आयोग द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।माननीय अध्यक्षा विजया रहाटकर ने अपराधों की रोकथाम हेतु नवाचारपूर्ण उपाय अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने डोरी डेथ एवं पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामलों में विशेष संवेदनशीलता बरतने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि डायन प्रथा से संबंधित मामलों का सामने आना गंभीर चिंता का विषय है। डोरी डेथ, मानव तस्करी एवं डायन प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए नए और प्रभावी तरीकों से कार्य करने की आवश्यकता है।उन्होंने सभी वरीय पुलिस पदाधिकारियों से थाना स्तर तक के अद्यतन आंकड़ों की जानकारी प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही बाल विवाह पर प्रभावी नियंत्रण के लिए ठोस प्रयास करने का निर्देश दिया। दहेज उत्पीड़न एवं घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में भी सुधारात्मक कदम उठाने पर बल दिया गया।बैठक में उप विकास आयुक्त, सदर एसडीपीओ सहित विभिन्न प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।