
तोपचांची :देश अमृत वर्ष मना रहा है।देश आजाद हुए 75 वर्ष हो गए,वहीं झारखंड राज्य को बने लगभग 25 वर्ष हो गये, लेकिन तोपचांची प्रखंड के दर्जनों राजस्व गांव मुखय सड़क से आज भी नहीं जुड़ पाया है. झारखंड प्रदेश में बीसीसीएल,सीसीएल,डीवीसी,सेल कंपनी, टाटा कंपनी,डैम आदि औद्योग लगाने के लिए समय-समय पर जमीन अधिग्रहण कार्य होते रहे हैं.देश के विकास में झारखंड प्रदेश का अहम योगदान रहा है। लेकिन राज्यवासियों को अब तक मूलभूत समस्याओं से आज भी जूझते रहे हैं.प्रदेश में जमीन अधिग्रहण कानून कई तरह के बने हुए हैं,समय-समय पर कानूनों में संशोधन भी होते रहा है.गांव में बसोंवास करने वाले खतियानी लोगों को आज भी सरकार मुख्य धारा से वंचित रखा है.तोपचांची क्षेत्र के घुनघुसा पंचायत के बदाही गांव, चितरपुर पंचायत के धाजाटांड़,पिपराडीह,मदैयडीह ,के कालाझार, दुमदुमी पंचायत के दांदुभगाठ ,खरियो के कुबडी आमटांड,रामाकुंडा पंचायत के तुरसाबाद रजक टोला व चैता के नवाबारी,पिपराटोला आदि कई गांव आज भी विकास के बाटजोह रहा है।इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता व आजसू नेता सदानंद महतो ने कहा कि तोपचांची के दर्जनों गांव मुख्य पथ से नहीं जुड़ पाया है।सरकार जमीन अधिकरण कानून के तहत जमीन उपलब्ध कराये तथा क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि इसकी जिम्मेदारी ले तभी सड़क बन पायेगी।