धनबाद : पूर्वी झरिया क्षेत्र की आउटसोर्सिंग परियोजना और परसियाबाद बंद परियोजना से फैल रहे गंभीर प्रदूषण के विरोध में रविवार को स्थानीय निवासियों ने सख्त कदम उठाते हुए ट्रांसपोर्टिंग का काम ठप करा दिया। मिट्टी और धूल से क्षेत्र में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है।🚛 मुख्य सड़क पर लगी वाहनों की लंबी कतारग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे कार्तिक महतो ने परियोजना से जुड़े सभी प्रकार के वाहनों का संचालन रोक दिया। इसके परिणामस्वरूप, झरिया-भौरा मुख्य मार्ग पर हाइवा और वोल्वो ट्रकों की लंबी कतारें लग गईं।⚠️ सुरक्षा और अवैध परिचालन पर सवालप्रदर्शनकारियों ने परियोजना प्रबंधन पर कानूनी उल्लंघन का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भारी वाहनों को मुख्य सड़क (झरिया-भौरा मार्ग) पर चलाना एक गंभीर अपराध है, फिर भी प्रबंधन जानबूझकर ऐसा कर रहा है, जिसके कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।ग्रामीणों ने सुरक्षा गार्डों की तैनाती पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि उनकी लापरवाही के कारण दोपहिया वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ जाता है और वे सड़क पर गिरकर घायल हो जाते हैं। हाल ही में, बीते शाम को भी एक मोटरसाइकिल सवार घायल हो गया था।💨 जल छिड़काव और स्वास्थ्य जोखिम की अनदेखीग्रामीणों ने बताया कि आउटसोर्सिंग परियोजना के पास पानी का टैंकर होने के बावजूद, प्रबंधन सड़क पर नियमित रूप से जल छिड़काव नहीं करता, जिससे धूल का गुबार उठता रहता है।इसके अलावा, परियोजना में होने वाली ब्लास्टिंग से आसपास के क्षेत्रों, जैसे भौरा बाजार, 13 नंबर, गांधीनगर, दुर्गा मंदिर, हॉस्पिटल मोड़, और सात नंबर आदि में रहने वाले लोगों को सांस की गंभीर बीमारियाँ हो रही हैं।