सीएसआईआर-सीआईएमएफआर ने सीएसआईआर-जिज्ञासा के तहत “लैब विजिट और फोल्डस्कोप माइक्रोस्कोप: अज्ञात को उजागर करना” पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कियासीएसआईआर जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 3 सितंबर 2025 को सीएसआईआर-सीआईएमएफआर, बरवा रोड परिसर, धनबाद में किया गया। यह कार्यशाला दो विषयों पर केंद्रित थी – “लैब विज़िट” और “फोल्डस्कोप माइक्रोस्कोप: अज्ञात को उजागर करना”। यह कार्यक्रम लिटिल एंजेल्स स्कूल, परघाबाद, धनबाद के छात्रों के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें 30 छात्रों और 4 शिक्षकों ने भाग लिया।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना था। मुख्य वैज्ञानिक एवं समन्वयक (एचआरडी, कौशल एवं जिज्ञासा) श्री अमर नाथ ने छात्रों को विज्ञान को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया और उभरती प्रौद्योगिकियों तथा उनके भविष्य की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया।प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी, जिज्ञासा, डॉ. पल्लबी दास ने छात्रों को जिज्ञासा कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और फोल्डस्कोप माइक्रोस्कोप की अवधारणा से अवगत कराया।पहला सत्र लैब विज़िट पर आधारित था, जिसमें छात्रों ने सीएसआईआर-सीआईएमएफआर की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का दौरा किया। उन्होंने खनन, सामग्री परीक्षण और पर्यावरणीय विश्लेषण में उपयोग होने वाले उन्नत वैज्ञानिक उपकरणों के प्रत्यक्ष प्रदर्शन देखे। इस अनुभव ने छात्रों को यह समझने में मदद की कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी वास्तविक जीवन की औद्योगिक और सामाजिक चुनौतियों को कैसे हल करते हैं।दूसरा सत्र फोल्डस्कोप पर केंद्रित था, जो स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (यूएसए) के एक प्रोफेसर द्वारा विकसित कम लागत वाला कागज आधारित सूक्ष्मदर्शी है। इस दौरान फोल्डस्कोप के कार्य सिद्धांत और अनुप्रयोगों का प्रदर्शन किया गया। इसके बाद छात्रों ने व्यावहारिक सत्र में अपने स्वयं के फोल्डस्कोप बनाए और प्याज की परत जैसी सूक्ष्म संरचनाओं का अवलोकन किया। इस गतिविधि ने छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा एवं अवलोकन कौशल को बढ़ावा दिया।कार्यक्रम का संचालन मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रोजेक्ट लीडर (जिज्ञासा) श्री दिलीप दिलीप कुम्भकार के मार्गदर्शन में किया गया, जिन्होंने इसकी सफलता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव और सहयोग प्रदान किया। अमरेश चटर्जी, तन्मय, सुनीता कुमारी, रूपा कुमारी और सबिता रॉय ने स्वयंसेवकों के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई और छात्रों को फोल्डस्कोप असेंबल करने एवं कार्यक्रम के सुचारू संचालन में सहायता प्रदान की।