
धनबाद: सामुदायिक भवन सीसीडब्लूओ में आयोजित 9 वां ऑल इंडिया मल्टीलिंगुअल ड्रामा,डांस, ड्राइंग एंड म्यूजिक कंपटीशन फेस्टिवल ‘काला हीरा’ के तीसरा दिन रविवार के कार्यक्रम का शुभारंभ ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल के प्रवक्ता रंगकर नाट्य निर्देशक प्रदीप बाजपेई काला हीरा के निदेशक राजेंद्र प्रसाद समेत अन्य अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। राजेंद्र प्रसाद एवं उनकी पत्नी पूनम प्रसाद ने झारखंड बंगाल, उड़ीसा, एमपी, यूपी उड़ीसा से नाट्य नृत्य एवं संगीत की प्रस्तुति देने आए अतिथियों को अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित कर स्वागत किया। आज के कार्यक्रम की शुरुआत ड्राइंग में प्रतिस्पर्धा से की गई जिसमें बच्चों ने एक से बढ़कर एक चित्रकारी प्रस्तुत की जिसके मुख्य निर्णायक ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल के कार्यकारिणी सदस्य अष्टभुजा मिश्रा थे। निर्णायक टीम ने भागलपुर के ऋषि राज को उनके शानदार चित्रकारी के लिए प्रथम पुरस्कार विजेता घोषित किया। तत्पश्चात आज चार राज्यों वेस्ट बंगाल, उड़ीसा, आजमगढ़ एवं झारखंड के स्थानीय कलाकारों के द्वारा सांस्कृतिक डांस,इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक, ड्राइंग सिंगिंग प्रतिस्पर्धा में 120 प्रतिभागियों ने बहुत आकर्षक एवं सुंदर प्रस्तुतियां पेश कर दर्शकों द्वारा प्रशंसा एवं आशीर्वाद प्राप्त किया। आज नृत्य में नृत्यानंजलि के विद्यार्थियों ने श्रृंजीनी पाल, अनन्या पाल, सानया दास धनबाद के नुनूडीह के बार्बी डांस एकेडमी के बच्चों ने सिमरन छाबड़ा के नेतृत्व में बहुत मनमोहक और आकर्षक प्रस्तुति दी। काला हीरा के निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने कहा आज फिर कलाकारों ने आज फिर भारत की पहचान कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम, ओडीसी नृत्य प्रतिस्पर्धाओं में शानदार परफॉर्मेंस देकर काला हीरा में एक सुंदर यादगार छाप छोड़ी है। नृत्य प्रतिस्पर्धा के निर्णायक आगरा की सांस्कृतिक आर्टिस्ट अलका शर्मा सिवान के सिने आर्टिस्ट विजय विश्वकर्मा थे। सोमवार से शुरू होने वाले नाट्य प्रस्तुतियों में 13 टीमें आ चुकी है। जिसमें जयपुर उड़ीसा के आह्वान थिएटर, मध्य प्रदेश ग्वालियर के आईटीएम परफॉर्मिंग आर्ट्स क्लब, उत्तर प्रदेश के यूथ थिएटर ग्रुप, जमशेदपुर की डेट टीम, आईना नाट्य टीम गिरिडीह, रंग नाट्य टीम गिरिडीह, कला संगम गिरिडीह, कलाकृति नाट्य टीम जमशेदपुर, निहार नाट्य टीम राउरकेला ओड़िशा समेत अन्य टीम है ।काला हीरा के तीसरे दिन के सफल कार्यक्रम में सरसी चंद्रा सचिव हेमंत कुमार मंडल, कोषाध्यक्ष नरेश राय वाइस प्रेसिडेंट मिताली मुखर्जी, देवनारायण, उत्तम विश्वकर्मा,सतीश कुमार, रविकांत उर्फ आर्या कुमार शिवानी,वशिष्ठ प्रसाद सिन्हा,सरसी चंद्रा,संजय चंद्रा, यूसी मिश्रा चंद्रिका राम का सक्रिय योगदान था।