समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में सोमवार को उपायुक्त अजय नाथ झा ने बीएसएल अधिकारियों और विस्थापित अप्रेंटिस संघ के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत बैठक की। उन्होंने कहा कि बीएसएल प्रबंधन जल्द ही श्रमिकों, अप्रेंटिस अभ्यर्थियों और विस्थापित परिवारों के हित में ठोस कदम उठाएगा। बैठक में अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने अब तक की गई सभी प्रशासनिक कार्रवाइयों की क्रमवार जानकारी दी। उपायुक्त ने कहा कि पारदर्शिता से ही विश्वास कायम होगा। उपायुक्त ने जोर देकर कहा कि हर समस्या का समाधान केवल संवाद से ही संभव है। उन्होंने बीएसएल प्रबंधन को रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए वैकेंसी कैलेंडर जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि 200 चिन्हित अप्रेंटिस प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को योगदान में सहयोग देने के लिए बीएसएल हेल्प डेस्क स्थापित करे। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी अभ्यर्थी 30 सितंबर 2025 तक योगदान दें। उपायुक्त ने कहा कि विस्थापित परिवारों के उत्थान के लिए योजनाओं का चयन उनकी वास्तविक आवश्यकताओं के आधार पर होना चाहिए। उन्होंने अंब्रेला अप्रोच नीति अपनाने का सुझाव दिया। बैठक में बीएसएल प्रबंधन को 10 दिनों के भीतर आउटसोर्स श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि इन श्रमिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उपायुक्त ने कंपनियों को सलाह दी कि दुर्घटनाग्रस्त श्रमिकों को आर्थिक सहायता और सम्मान दें। उन्होंने कहा कि कंपनियां उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाकर उनके परिवार के साथ खड़ी रहें। बैठक में आउटसोर्स श्रमिकों के लिए प्लांट से सुरक्षित दूरी पर आवास व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। इस नीति का मसौदा एक माह में तैयार होगा। बैठक में शहीद प्रेम महतो स्मारक के लिए चिन्हित भूमि का संयुक्त निरीक्षण करने का निर्णय लिया गया। निरीक्षण उपरांत औपचारिक घोषणा की जाएगी। बैठक में एसडीओ प्रांजल ढ़ंडा, जिला श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार, बीएसएल अधिकारी मनीष जलोटा समेत कई पदाधिकारी और विस्थापित अप्रेंटिस संघ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।