बोकारो : बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर मंगलवार को उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देशानुसार गोमिया प्रखंड कार्यालय के सभागार में बाल विवाह मुक्त जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग योगेन्द्र प्रसाद एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार शामिल हुई। कार्यक्रम में माननीय मंत्री द्वारा सभी उपस्थित लोगों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई गई।बाल विवाह की सूचना देने की अपील माननीय मंत्री, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग झारखंड सरकार योगेन्द्र प्रसाद ने सभी उपस्थित लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि यदि कहीं भी बाल विवाह की सूचना मिले, तो तुरंत प्रशासन या चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर जानकारी दें। कार्यक्रम के दौरान मंत्री योगेन्द्र प्रसाद द्वारा आधिकारिक रूप से गोमिया प्रखंड को बाल विवाह मुक्त प्रखंड घोषित किया गया। उप-विकास आयुक्त ने इसे झारखंड राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि गोमिया, झारखंड राज्य का पहला ऐसा प्रखंड बन गया है, जिसे आधिकारिक रूप से बाल विवाह मुक्त प्रखंड घोषित किया गया है। यह घोषणा माननीय मंत्री द्वारा की गई, जिसमें सरकारी विभागों, आंगनबाड़ी सेवाओं, विद्यालयों, पंचायत प्रतिनिधियों तथा सामाजिक संगठनों के निरंतर प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।बाल विवाह के दुष्परिणामों पर विस्तृत चर्चा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डॉ सुमन गुप्ता ने अपने स्वागत संबोधन में बाल विवाह के गंभीर दुष्परिणामों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानूनन दंडनीय अपराध है। इससे बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य सहित मौलिक अधिकारों का गंभीर हनन होता है।सम्मान एवं प्रशस्ति पत्र वितरणकार्यक्रम