देश में प्रशासनिक पहचान से जुड़े एक बड़े बदलाव का ऐलान किया गया है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का नाम बदलकर अब “सेवा तीर्थ” कर दिया है।इसके साथ ही देशभर के राजभवनों को नया नाम “लोकभवन” दिया गया है।सरकार का कहना है कि यह कदम सत्ता के औपचारिक प्रतीकों को हटाकर शासन को सेवा, लोकहित और जनभागीदारी की भावना से जोड़ने का प्रयास है।“सेवा तीर्थ” नाम प्रधानमंत्री कार्यालय की उस भूमिका को दर्शाता है जहाँ निर्णय सत्ता केंद्रित नहीं बल्कि जनसेवा केंद्रित हों।इसी तरह, “राजभवन” जैसे औपनिवेशिक छवि वाले नाम की जगह “लोकभवन” शब्द आम जनता की सहभागिता और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने का प्रतीक माना जा रहा है।सरकारी सूत्रों के अनुसार, नए नामों का उपयोग केंद्र और राज्यों में तुरंत प्रभाव से लागू होगा।