हजारीबाग : डीजीपी का पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार झारखंड की पुलिस महानिदेशक तदाशा मिश्रा ने हजारीबाग का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ओपन जेल का निरीक्षण किया और वहां रह रहे सरेंडर नक्सलियों की स्थिति का जायजा लिया।डीजीपी तदाशा मिश्रा ने बंदियों से मुलाकात कर उनके रहन-सहन, सुविधाओं और पुनर्वास की स्थिति पर विस्तृत जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लगभग एक घंटा 45 मिनट बंदियों के बीच बिताया और उनसे संवाद स्थापित किया।उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सरेंडर नक्सलियों और उनके परिवारों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। सरकार चाहती है कि मुख्यधारा में लौटे नक्सलियों को बेहतर जीवन मिले। ठंड को देखते हुए डीजीपी ने बंदियों के बीच कंबल भी वितरित किए।डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार जेलों को आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है। जेलों में 5G स्तर के जैमर लगाने की तैयारी चल रही है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ हो सके। उन्होंने बताया कि एटीएस, एनआईए और सीबीआई के साथ समन्वय कर संगठित अपराध पर सख्त कार्रवाई जारी है और कई अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है।निरीक्षण के दौरान उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह, एसपी अंजनी अंजन सहित जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।महत्वपूर्ण है कि डीजीपी तदाशा मिश्रा सेवानिवृत्ति के करीब हैं, और अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में उन्होंने हजारीबाग ओपन जेल का दौरा कर बंद नक्सलियों के जीवन स्तर में सुधार पर विशेष ध्यान दिया।