नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने 1990 बैच के आईआरएस (सीएंडआईटी) अधिकारी विवेक चतुर्वेदी को केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने यह फैसला शुक्रवार को जारी आधिकारिक आदेश के माध्यम से लिया। उनके नियुक्ति आदेश के साथ ही देश के अप्रत्यक्ष कर ढांचे में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव दर्ज हो गया है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार, विवेक चतुर्वेदी फिलहाल CBIC में सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। अब वे बोर्ड के सर्वोच्च पद – चेयरमैन का दायित्व संभालेंगे। यह नियुक्ति न केवल प्रशासनिक दृष्टि से अहम है, बल्कि कस्टम्स, जीएसटी और सेंट्रल एक्साइज जैसे महत्वपूर्ण कर ढांचे के संचालन में नई गति लाने की भी उम्मीद जगाती है।किस विभाग ने जारी किया आदेश?यह आदेश कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT), लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय द्वारा जारी किया गया है। आदेश पर उप सचिव सुबीर कुमार के हस्ताक्षर हैं। इसकी प्रतियां प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, गार्ड फाइल समेत कई प्रमुख सरकारी संस्थानों को भेजी गई हैं। साथ ही आदेश की एक प्रति वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के सचिव अरविंद श्रीवास्तव को भी प्रेषित की गई है।CBIC को देश के अप्रत्यक्ष करों जैसे GST, कस्टम्स और सेंट्रल एक्साइज के क्रियान्वयन, संचालन और निगरानी का सर्वोच्च संस्थान माना जाता है। ऐसे में इस पद पर नियुक्ति प्रशासनिक महत्त्व के साथ-साथ कर सुधारों के भविष्य पर भी सीधा प्रभाव डालती है।नए चेयरमैन का अनुभवविवेक चतुर्वेदी का कार्यकाल इसलिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि उनके पास कस्टम्स, कर नीति, डिजिटल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन और राजस्व प्रबंधन में वर्षों का अनुभव है। वे राजस्व से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहे हैं, जिनसे कर प्रणाली को सुगम, पारदर्शी और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने में मदद मिली।केंद्र सरकार क्यों दे रही है महत्व?केंद्र सरकार हाल के वर्षों में IRS कैडर और प्रमुख प्रशासनिक सेवाओं में शीर्ष स्तर पर तेजी से बदलाव कर रही है, ताकि नीतियों के क्रियान्वयन को और प्रभावी बनाया जा सके। चतुर्वेदी से उम्मीद की जा रही है कि वे CBIC में अधिक पारदर्शिता, दक्षता और तकनीकी सुधार लाने पर फोकस करेंगे, जिससे कर प्रशासन को नई दिशा मिलेगी।इस नियुक्ति को राजस्व प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में CBIC में कई नई रणनीतिक पहलें देखने को मिल सकती हैं।