महुदा: झारखंड में सिदो, कान्हु की भूमि भोगनाडीह से शुरू हुई जस्ट ट्रांजिशन यात्रा शुक्रवार को धनबाद से आज महूदा पहुंची। महूदा पहुंचने पर समाजसेवी शंकर रवानी द्वारा किया गया भव्य स्वागत!यह यात्रा दुमका, फतेहपुर, गाण्डेय से गिरिडीह होते हुए धनबाद होते हुए आज महूदा पहुंची है।महूदा में महूदा मोड़ बिनोद बाबु के आदमकद मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया, महूदा मोड़,कंचनपुर, पत्थरगड़िया, आदि गावों में नुकड़ नाटक के माध्यम से अबुआ भागीदारी,अबुआ भविष्य पर प्रकाश डालते हुए जलवाई परिवर्तन,पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया! सारथी झारखंड जस्ट ट्रांजिशन नेटवर्क के बैनर तले आयोजित इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हरित और समावेशी विकास को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना है। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जस्ट ट्रांजिशन लिए धनबाद सबसे प्रमुख जगहों में से एक है। यहां कोयले का सबसे ज्यादा खनन होता है, ऐसे में ऊर्जा के दुसरे विकल्पों पर जाने में यहां के लोगों की बड़ी भूमिका होने वाली है। इस बदलाव में लोगों को रोजगार और सुविधाएं देना सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए।सामाजिक कार्यकर्ता शंकर रवानी ने कहा कि हमारे आसपास के पर्यावरण के लिए लोगों को खुद ही सचेत होना होगा और उसे बचाने के प्रयास करने होंगे। धनबाद के कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एक सुर में कहा कि ‘जल, जंगल, जमीन ही हमारा साझा भविष्य है। इनका संरक्षण भविष्य का संरक्षण है। बता दें कि यह यात्रा 5 नवंबर से शुरू हुई है और 12 नवंबर तक भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातु तक जाएगी। इस मौके पर धनबाद के तमाम सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।मौके पर गुलाब जी,मुन्ना जी,बिनोद महतो,रमेश महतो प्रतिक,,मनोज,के अलावे काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे!