धनबाद:नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शनिवार को एस.एस.एल.एन.टी. महिला महाविद्यालय की ओर से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में बड़ी संख्या में छात्राएं और शिक्षक शामिल हुए। रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशा छोड़ने और इसके दुष्प्रभावों से अवगत कराना था।कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए नारे लगाए – “नशा छोड़ो, जीवन संवारो” और “स्वस्थ समाज ही सशक्त भारत की पहचान है”। रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी, जिससे स्थानीय लोगों तक सीधा संदेश पहुँचा।इस अवसर पर शिक्षकों ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार को प्रभावित करता है। यदि किसी परिवार का एक सदस्य नशे का शिकार हो जाता है तो उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगती है। परिवार के अन्य लोग मानसिक और सामाजिक रूप से परेशान रहते हैं। इतना ही नहीं, नशे की लत समाज में अपराध और असामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देती है।छात्राओं ने लोगों से अपील की कि वे नशे से दूर रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग ही देश का भविष्य है और यदि युवा नशे की गिरफ्त में आ जाएंगे तो देश की प्रगति रुक जाएगी।रैली में यह संदेश भी दिया गया कि नशा छोड़ना केवल व्यक्ति का ही नहीं बल्कि समाज और राष्ट्रहित का भी प्रश्न है। सरकार और सामाजिक संस्थाओं की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन असली सफलता तभी मिलेगी जब लोग स्वयं आगे बढ़कर नशा छोड़ने का संकल्प लेंगे।इस पहल से शहरवासियों में जागरूकता बढ़ाने और नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया गया है।