
धनबाद:झरिया कोयला क्षेत्र के कोलफील्ड चिल्ड्रेन क्लासेज के विद्यार्थियों ने केंद्र सरकार से कोयला क्षेत्र और देश से बाल श्रम को समाप्त करने के लिए मास्टर प्लान लाने की मांग की है। कोलफील्ड चिल्ड्रेन क्लासेज के छात्रों ने हाथों में तख्तियां और नारे लगा कर एक रैली निकाली गई, जो रैली झरिया शहर के विभिन्न स्थानों से होते हुए गांधी प्रतिमा के पास चिल्ड्रेन पार्क में समाप्त हुई।सभी बच्चें कोयला चुनने वाले परिवार के है जो लिलोरीपथरा (झरिया), केंदुआ, भूली और दीपूधोरा ( लोदना) से अपनी दुर्दशा बताने के लिए रैली में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने हाल ही में झरिया के लोगों के विकास के लिए 5940 करोड़ रुपये के झरिया मास्टर प्लान फंड को मंजूरी दी है, खासकर उन लोगों के लिए जो कोयला क्षेत्र में आग और धुएं से पीड़ित हैं। लेकिन, कोयला क्षेत्र में हजारों की संख्या में छिपे बाल श्रमिकों को खत्म करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया। जो बच्चे हर दिन गरीबी के कारण अवैध रूप से कोयला खदानों में काम करते हैं। पढ़ाई में बाधित होती हैं। स्कूल में ड्रॉप आउट कि संख्या बढ़ रही है। कोलफील्ड चिल्ड्रेन क्लासेस के संस्थापक पिनाकी रॉय, ने कहा कि – “झरिया एक ऐसी जगह है, जहां कई बच्चे अपने परिवार के सदस्यों के साथ कोयला-काम में शामिल हैं, वे कठोर और खतरनाक परिस्थितियों में काम करते हैं, उनमें से कुछ कोयला खदानों में मर भी जाते हैं। कैबिनेट रेल और कोयला मंत्रालय से प्रार्थना है कि कल्याणकारी योजनाओं “झरिया मास्टर प्लान” फंड के जैसा के साथ एक दूसरा मास्टर प्लान भी झरिया में बाल श्रम को रोकने के लिए मंजूर करें। अन्यथा भारत सुपर पावर नहीं बन पाएगा। ” बचपन से कोयला खदानों में काम करने वाली छात्रा सावित्री कुमारी ने कहा, ‘हमारे बचपन के लिए जीवन बहुत कठिन रहा है, पिछले सालों कई बच्चें कोयला खदानों में मर गई। फिर भी हमें अपनी रोटी के लिए काम करना पड़ता है। सरकार को कोयला खदानों में बाल श्रम को रोकने के लिए गंभीर कदम उठाने चाहिए।’ बच्चे अलग मास्टर प्लान लाओ-बाल मजदूरी हटाओ’ एवं ” अलग मास्टर प्लान लाओ- बचपन बचाओ ” लिखा तख्तियां लेकर रैली हेटलीबांध, झरिया से शुरू हुई, जो सब्जीबागान, लिलोरीपथरा, बेलियापुर मोड़ होते हुए मैन रोड, बोरापट्टी होते हुए चिल्ड्रन पार्क पहुंची और राष्ट्रीय गीत के साथ समाप्त हुई।मौके पर पिनाकी रॉय, कला शिक्षक संजय पंडित, शिक्षिका मौसमी रॉय के अलावा कोयला समुदाय से सुमन कुमारी, नंदनी कुमारी, सोनू कुमार, अंजलि कुमारी, मुस्कान कुमारी, राजवीर कुमार, लक्ष्मी कुमारी, संजना कुमारी, सुहानी कुमारी, दुर्गी कुमारी, रवि कुमार, नंदन कुमार आदि को लेकर 50 छात्र-छात्राएं मौजूद थे।