
धनबाद: सरकारी अंग्रेजी शराब की दो दुकानों पर छापेमारी के दौरान पांच सेल्समैन की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को जिले भर के विक्रय प्रतिनिधि एकजुट हो गए। सभी प्रतिनिधियों ने शराब दुकानों को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया और सहायक उत्पाद आयुक्त रामलीला रवानी से मुलाकात कर गिरफ्तारी को गलत करार दिया। उन्होंने मांग की कि सभी गिरफ्तार सेल्समैन को बिना शर्त रिहा किया जाए।विक्रय प्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया कि मैनपावर सप्लाई करने वाली कंपनी समय पर वेतन का भुगतान नहीं करती है, जिससे आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव की स्थिति बनी रहती है। उन्होंने कहा कि पहले से ही वे असुरक्षित माहौल में कार्य कर रहे हैं और अब इस तरह की गिरफ्तारी से उनका मनोबल और भी टूट गया है। उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त रामलीला रवानी ने कहा कि छापेमारी के दौरान शराब का अवैध स्टॉक बरामद हुआ था, जिसके चलते गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मामले में दोषी पाए जाने वालों को जेल भेजा जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विक्रय प्रतिनिधियों की मांगों पर विभागीय स्तर पर विचार किया जाएगा। रवानी ने सभी विक्रय प्रतिनिधियों से तत्काल दुकानें खोलने का निर्देश भी दिया है, ताकि शराब की बिक्री व्यवस्था सामान्य हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नियमों के तहत कार्य कर रही है और किसी निर्दोष को सजा नहीं दी जाएगी।