
धनबाद:कोयलांचल की श्रमिक राजनीति में शुक्रवार को एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ। बीसीसीएल कुसुंडा क्षेत्र संख्या 10 से जुड़े कई वरिष्ठ मजदूर नेताओं ने जनता मजदूर संघ को अलविदा कहकर राष्ट्रीय जनता कामगार संघ का दामन थाम लिया जो मजदूर संगठनों के बीच हलचल मचा दी है और आने वाले समय में श्रमिक आंदोलन के नए समीकरणों का संकेत दे दिया है।इस सामूहिक बदलाव के दौरान बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद थे जिससे यह बदलाव सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं बल्कि रणनीतिक रूप से प्रभावशाली माना जा रहा है।बताया जा रहा है कि ये सभी नेता राष्ट्रीय जनता कामगार संघ के पूर्व अध्यक्ष रामाधीर सिंह के विचारों से प्रभावित होकर संगठन में शामिल हुए हैं।यह जानकारी राष्ट्रीय जनता कामगार संघ की महामंत्री आशनी सिंह ने कोला कुसमा स्थित प्रधान कार्यालय पृथ्वी मेंशन में प्रेस वार्ता के दौरान दी।मौके पर संघ की अध्यक्ष एवं पूर्व महापौर इंदु सिंह मौजूद थी।दोनों ने नव-शामिल नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि संघ में अरविंद सिंह जैसे अनुभवी नेता के आने से संगठन को नई ऊर्जा मिली है। उन्होंने कहा राष्ट्रीय जनता कामगार संघ का पहला उद्देश्य मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करना और श्रमिक हितों की लड़ाई को तेज करना है।कार्यक्रम के दौरान अरविंद सिंह को राष्ट्रीय जनता कामगार संघ का सचिव नियुक्त किया गया, जबकि बलवंत सिंह को कुसुंडा क्षेत्र का अध्यक्ष बनाया गया है।इससे संगठन में नए नेतृत्व को लेकर उत्साह का माहौल देखा गया।वहीं नवनियुक्त सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि वह पूर्व अध्यक्ष रामाधीर सिंह के विचारों और संघर्षशील नेतृत्व से प्रभावित होकर यह निर्णय लिया है।रामाधीर सिंह हमेशा मजदूरों के हक की बात करते हैं और हम उनके साथ मिलकर कामगारों की बुलंद आवाज़ बनेंगे।वहीं इसे लेकर मजदूर राजनीति में हलचल तेज हो गई है।जनता मजदूर संघ को इस सामूहिक बदलाव से न केवल जनबल का नुकसान हुआ है बल्कि संगठन की आंतरिक मजबूती और नेतृत्व पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।