
बलियापुर, धनबाद के सॉफ्ट टॉयज क्राफ्ट के 20 शिल्पी विभिन्न विषयों के बारे में 06 अनुभवी रिसोर्स पर्सन द्वारा जानेंगे उद्यम और उद्यमी के बारे में और बनेंगे आत्मनिर्भर, भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय की पहलबलियापुर ( धनबाद):भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय अन्तर्गत विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय द्वारा धनबाद ज़िला के बलियापुर क्षेत्र के सॉफ्ट टॉयज क्राफ्ट के 20 हस्तशिल्पियों के भागीदारी में हस्तशिल्प सेवा केंद्र, देवघर द्वारा होटल सोनोटेल, धनबाद में आयोजित किए जा रहे 06 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का उद्घाटन दिनांक 17/06/2025 को मुख्य अतिथि श्रीमती मृणालिनी पांडेय, प्रोफेसर आई.आई.टी, आई.एस.एम धनबाद, विशिष्ट अतिथि अविनाश चंद्रा, निदेशक, रूरल सेल्फ एंप्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, धनबाद, विशिष्ट अतिथि सह रिसोर्स पर्सन राहुल रंजन, प्रोग्राम ऑफिसर, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (ईपीसीएच), नई दिल्ली, शत्रुधन कुमार, सहायक निदेशक (ए& सी), हस्तशिल्प सेवा केंद्र, देवघर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि मृणालिनी पांडेय ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य शिल्पियों को उद्यमिता, आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है, साथ ही उद्यमिता विकास को प्रोत्साहन देना है। विशिष्ट अतिथि अविनाश चंद्रा ने बताया कि कोई भी उद्यम शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता कैसे प्राप्त करेंगे। इसके अलावा ऋण प्रक्रिया, बीमा और बैंकिंग के बारे में बताया।विशिष्ट अतिथि सह रिसोर्स पर्सन राहुल रंजन ने उद्यमिता का परिचय देते हुए शिल्पियों द्वारा बनें उत्पाद को अंतरास्ट्रीय बाजार में कैसे बेचें। अंतरास्ट्रीय बाजार में बिक्री हेतु उत्पाद की गुणवत्ता, मूल्य निर्धारण, पैकेजिंग इत्यादि के बारे में बताया।सहायक निदेशक (ए& सी) शत्रुधन कुमार ने कहा कि 06 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य शिल्पियों को एक उद्यम का शुरुआत करने के लिए किन-किन बातों का जानकारी होना जरूरी है। श्री शत्रुघ्न कुमार कुमार ने कहा की इन छः दिनों में 06 अनुभवी रिसोर्स पर्सन द्वारा अंतरास्ट्रीय बाजार में अपने उत्पाद को कैसे बिक्री करें, उद्यम का रजिस्ट्रेशन का प्रक्रिया, ई-मार्केटिंग प्लेटफार्म का ज्ञान, वित्तीय साक्षरता, जीएसटी और कर दस्तावेज की समझ और डिजाइन इत्यादि के बारे में बताया जाएगा। सहायक निदेशक (ए& सी) शत्रुधन कुमार द्वारा उपस्थित शिल्पियों को कार्यालय विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चल रहे विभिन्न कार्यक्रम प्रशिक्षण, टूल किट्स वितरण, मुद्रा योजना, हस्तशिल्प पुरस्कार वित्तीय सहायता, मार्केटिंग इत्यादि के बारे में भी बताया गया। शत्रुधन कुमार ने बताया कि बलियापुर क्षेत्र के सॉफ्ट टॉयज क्राफ्ट के शिल्पियों को हस्तशिल्प सेवा केंद्र, देवघर द्वारा 2024-25 वित्तीय वर्ष में गुरु शिष्य हस्तशिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम (GSHPP) के तहत सॉफ्ट टॉयज क्राफ्ट में 02 माह का बेसिक प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा भी उन शिल्पियों को डिजाइन विकास कार्यशाला के तहत एमपैनल्ड डिजाइनर द्वारा डिजाइन में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके उपरान्त उन शिल्पियों द्वारा बाजार के माँग के अनुसार उत्पादन किया जा सके।कार्यक्रम का संचालन हस्तशिल्प प्रशिक्षण अधिकारी रवि जान रोशन और विकास कुमार द्वारा किया गया।मौके पर मृणालिनी पांडेय, प्रोफेसर आई.आई.टी, आई.एस.एम धनबाद, अविनाश चंद्रा, निदेशक, रूरल सेल्फ एंप्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, धनबाद, रिसोर्स पर्सन राहुल रंजन, प्रोग्राम ऑफिसर, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (ईपीसीएच), नई दिल्ली, हस्तशिल्प सेवा केंद्र, देवघर से सहायक निदेशक (ए& सी) शत्रुघ्न कुमार, हस्तशिल्प प्रशिक्षण अधिकारी रवि जान रोशन एवं विकास कुमार, रवि रौशन, अवर श्रेणी लिपिक, एन आई एफ टी नई दिल्ली के डिजाइन कोर्स में अध्ययनरत 12 विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।