
धनबाद : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा शुरू किए गए बेसहारा बच्चों के लिए अभियान साथी के तहत बुधवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी सह चेयरमैन डालसा द्वारा गठित टीम ने 10 बेसहारा बच्चों को रेस्क्यू किया बच्चे पूर्वी टुंडी प्रखंड के थे। जिनके माता और पिता दोनों नहीं हैं अविलंब टीम के सदस्यों ने बच्चों को रेस्क्यू कर अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार मयंक तुषार टोपनों के समक्ष पेश किया।अवर न्यायाधीश ने सी डब्ल्यू सी एवं सरकारी विभाग के सहयोग से दसों बेसहारा बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ दिया। इस बाबत जानकारी देते हुए न्यायधीश श्री मयंक ने बताया कि योजना के तहत अब बच्चों को प्रत्येक महीना चार हजार रुपया उनके बालिक होने तक सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा। ताकि वो अपना पढ़ाई लिखाई सुचारू रूप से कर सके।उन्होंने बताया कि साथी परियोजना के तहत गरीब ,लाचार बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने हेतु योजना चलाई जा रही है । नालसा द्वारा साथी परियोजना लॉन्च किया गया है जिसके तहत धनबाद जिले के सभी प्रखंडों एवं पंचायत में रह रहे अनाथ बच्चों , शेल्टर होम एवं सड़क किनारे रह रहे बच्चों को आधार कार्ड एवं अन्य सरकारी योजनाएं जैसे राशन कार्ड स्पॉन्सरशिप स्कीम आदि से जोडा जाएगा। उन्होंने बताया कि अधिकार मित्र ओमप्रकाश दास द्वारा 10 अनाथ बच्चों को चिन्हित किया गया था, समस्त कागजी कार्रवाई करवा कर स्पॉन्सरशिप स्कीम का लाभ लेने हेतु सीडब्ल्यूसी धनबाद में गवर्नमेंट वेरिफिकेशन एवं बच्चों का काउंसलिंग करवाया गया जल्द ही इन सभी बच्चों को स्पॉन्सरशिप स्कीम के तहत चार – चार हजार रुपया की राशि मिलना शुरू हो जाएगा जिससे कि बच्चों का भरण पोषण एवं बेहतर शिक्षा में सहयोग मिलेगा । इसी कड़ी में बताते हुए न्यायाधीश ने कहा कि साथी परियोजना को सार्थक करने के लिए जिले के प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कार्यरत अधिकार मित्रों से समय-समय पर बैठक कर कार्य की जायजा लिया जा रहा है और साथ ही यह भी कहा गया कि जिले के सभी गरीब , लाचार एवं अनाथ बच्चों के लिए डालसा की सदैव तत्पर है